कोमल हृदय और तुम्हारे सृजित अस्त्वित्व् में बन के कामिल साजन तुम्हारा। कोमल हृदय और तुम्हारे सृजित अस्त्वित्व् में बन के कामिल साजन तुम्हारा।
अस्त्वित्व् , बदन, लफ्ज , साँस, स्मृति,अभिलाषा प्रेम , जीवन और शाम सुबह। अस्त्वित्व् , बदन, लफ्ज , साँस, स्मृति,अभिलाषा प्रेम , जीवन और शाम सुबह।
अब तो बता दो माजरा क्या है मियां तुम कब्र से क्या कहते हो। अब तो बता दो माजरा क्या है मियां तुम कब्र से क्या कहते हो।
मगर प्रेम में अर्पित आवारा सा नैन स्पर्श की ताक में हूँ।। मगर प्रेम में अर्पित आवारा सा नैन स्पर्श की ताक में हूँ।।
हमदोनों है पूर्ण एकदूसरे के साथ ये आकाश ये कायनात साक्ष्य में रचते इतिहास की गाथा हमा हमदोनों है पूर्ण एकदूसरे के साथ ये आकाश ये कायनात साक्ष्य में रचते इतिहास की...
आसमां को दिखाने अब अपनी रात करना चाहूं। आसमां को दिखाने अब अपनी रात करना चाहूं।